जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान गई थी. हरियाणा के हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने रविवार दोपहर को कहा कि पाकिस्तानी उसे एसेट के तौर पर डेवलप कर रहे थे. वह स्पॉन्सर्ड ट्रिप पर पाकिस्तान जाती थी.
ज्योति की भारत से निकाले गए पाकिस्तानी अफसर दानिश से नजदीकी थी. उसके यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ पर अपलोड किए गए वीडियो से ही इस बात का पता चला. इसके बाद पूछताछ में ज्योति ने इस बात की पुष्टि की.
शशांक कुमार ने कहा- केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर ज्योति को गिरफ्तार किया गया है. वह पाकिस्तान में ISI के संपर्क में थी. पुलिस उसके बैंक खातों, मोबाइल और लैपटॉप की जांच कर रही है. उसका खर्च आमदनी से कहीं ज्यादा था. इस मामले में सोशल मीडिया पर सक्रिय कुछ अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है.
इस बीच ज्योति के ओडिशा की यूट्यूबर प्रियंका सेनापति से लिंक मिलने पर पुलिस ने प्रियंका के घर जाकर पूछताछ की. ज्योति सितंबर 2024 में प्रियंका से मिलने पुरी आई थी. प्रियंका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी की ज्योति से दोस्ती यूट्यूब के जरिए हुई थी.
हरियाणा के हिसार के सिविल लाइन थाना पुलिस ने 16 मई को ज्योति मल्होत्रा को अरेस्ट किया था.
पाकिस्तान एंबेसी की पार्टी में शामिल हुई थी ज्योति: ज्योति पिछले साल 23 मार्च को पाकिस्तान के नेशनल डे पर वहां की एंबेसी में इफ्तार पार्टी में शामिल हुई थी. उसने अपने चैनल पर इसका वीडियो डाला था। एंबेसी में पाकिस्तानी दूतावास के एक अफसर दानिश ने बहुत फ्रेंडली तरीके से उसका वेलकम किया. वीडियो में दोनों आपस में इस तरह से बात करते दिखे जैसे एक-दूसरे को बहुत करीब से जानते हों.
पार्टी में दानिश ने उसे अपनी पत्नी से मिलवाया. इसके अलावा वहां मौजूद अधिकारियों से भी उसकी बात कराई. इस इफ्तार में ज्योति कुछ चीनी अधिकारियों से भी मिली. वह पूरे वीडियो में पाकिस्तानी एंबेसी में किए इंतजामों की जमकर तारीफ करती रही. उसने दानिश की पत्नी को अपने घर यानी हरियाणा के हिसार में आने के लिए इनवाइट भी किया.
इसी दानिश को ऑपरेशन सिंदूर के बाद अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया था. भारत सरकार ने उसे 13 मई को देश से निकाल दिया था.
पाकिस्तान हाई कमीशन की 28 मार्च 2024 को दिल्ली में हुई इफ्तार पार्टी में एंबेसी के अधिकारी दानिश और उसकी पत्नी के साथ बात करती ज्योति.
पाकिस्तान और चीन की यात्रा से शक के घेरे में आई ज्योति: ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा सुरक्षा एजेंसियों की नजर में तब आई जब वह पिछले साल 2024 में 2 महीने के भीतर पाकिस्तान और फिर चीन गई थी.
ज्योति मल्होत्रा 17 अप्रैल 2024 को एक महीने के टूर पर पाकिस्तान गई थी. 15 मई तक वह पाकिस्तान में ही रही। इसके बाद भारत लौटी.
पाकिस्तान से लौटने के 25 दिन बाद ही 10 जून को वह चीन चली गई. 9 जुलाई तक चीन में रही और फिर वहीं से 10 जुलाई को नेपाल में काठमांडू पहुंच गई.
इससे पहले वह करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान गई तो वहां पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री और पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ से मिली और उनका इंटरव्यू तक किया.
सुरक्षा एजेंसियों के ज्योति पर शक की 4 वजहें…
1-पाकिस्तान और चीन के बीच दोस्ताना संबंध हैं. ज्योति को एकदम से दोनों देशों का वीजा कैसे मिल गया?
2-ज्योति कोई नौकरी नहीं करती. हिसार में 55 गज का घर है। फिर उसकी विजिट के लिए खर्च किसने किया? 3-पाकिस्तानी दूतावास की पार्टी में वह गेस्ट कैसे बनी, दानिश के साथ उसका फ्रेंडली व्यवहार भी एजेंसियों को खटका?
4-ज्योति महज एक ट्रैवल यूट्यूबर है, इसके बावजूद वह पाकिस्तानी पंजाब की CM मरियम नवाज शरीफ के इतना करीब कैसे पहुंची?
वीजा लेने पाकिस्तानी एंबेसी गई: पुलिस को दिए बयान में ज्योति मल्होत्रा ने बताया कि उसने ‘ट्रैवल विद जो’ के नाम से यूट्यूब अकाउंट बना रखा था. वह पाकिस्तान को एक्सप्लोर करना चाहती थी. इसके लिए वीजा लेने वह नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान एंबेसी में गई.
पाकिस्तानी एंबेसी में दानिश से मिलीं, नंबर एक्सचेंज किए:ज्योति ने पुलिस को बताया- पाकिस्तानी एंबेसी में उसकी मुलाकात वहां के अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई. पहली मुलाकात में दानिश काफी फ्रेंडली लगा. उसने वीजा के अपडेट के लिए दानिश का नंबर ले लिया. वहां से लौटकर वह दानिश से पहले वीजा के बहाने फोन पर बात करने लगी.
पहली बार 10 दिन के वीजा पर गई, दानिश ने इंतजाम कराया: 2023 में उसे पाकिस्तान का 10 दिन का वीजा मिला. दानिश ने उसे पाकिस्तान में अली आहवान से मिलने को कहा. अली आहवान ने उसके घूमने-फिरने और रुकने का इंतजाम किया. अली ने उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से मिलवाया.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों से मिली: अली ने उसकी मुलाकात शाकिर और राणा शहबाज से कराई। ये दोनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारी निकले. ज्योति ने शाकिर का मोबाइल नंबर ले लिया. उसके मोबाइल में किसी पाकिस्तानी के नंबर पर शक न हो, इसलिए उसे ‘जट रंधावा’ के नाम से फीड कर लिया. इसके बाद वह भारत लौट आई.
भारत लौटकर खुफिया जानकारियां शेयर करने लगीं: भारत लौटने के बाद उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए काम करना शुरू कर दिया. वह वॉट्सएप, स्नेपचैट, टेलीग्राम समेत दूसरे माध्यमों के जरिए उन्हें खुफिया जानकारियां भेजने लग गई. हालांकि उसने पाकिस्तान को क्या-क्या जानकारियां दीं, इसके बारे में खुलासा नहीं हुआ है.
ज्योति मल्होत्रा से जुड़ी ये बातें भी सामने आईं… खुफिया एजेंसियों की वजह से मिलता VIP ट्रीटमेंट हरियाणा के हिसार से जासूसी के शक में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान में वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता था. ऐसा PAK एंबेसी के अधिकारी दानिश और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के ज्योति के कॉन्टैक्ट की वजह से होता था. उसका जहां जाने का मन होता था, वहां चली जाती थी. हिसार पुलिस की पूछताछ में उसने यह बातें कबूल की हैं. पुलिस ने उसे संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. वह पाकिस्तानी नागरिक के साथ लगातार संपर्क में थी, लिहाजा उसके टेरर लिंक की भी जांच की जा रही है.
पाकिस्तानी दूतावास ने ज्योति को इनविटेशन देकर इफ्तार पार्टी में बुलाया था। पाकिस्तान में पुलिस सुरक्षा में घूमती थी ज्योति मल्होत्रा आमतौर पर किसी भारतीय के पाकिस्तान जाने पर पुलिस के स्तर पर उसकी निगरानी की जाती है. वह उन्हीं जगहों पर जा सकता है, जिसका जिक्र वीजा में होता है. लेकिन ज्योति पाकिस्तान में हाईप्रोफाइल पार्टियों में भी शामिल होती थी. जहां उसकी मुलाकात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के बड़े अधिकारियों से हुई. ज्योति को पाकिस्तान में घूमने-फिरने के लिए पाकिस्तानी पुलिस की सिक्योरिटी भी मिलती थी.
ज्योति मल्होत्रा अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान जाती थी. इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर किए हैं. फ्लाइट में फर्स्ट क्लास में जाती, महंगे होटल में रुकती थी ज्योति अब तक पाकिस्तान, चीन, नेपाल, थाइलैंड, भूटान, इंडोनेशिया समेत कई देशों में जा चुकी थी. वह हमेशा फ्लाइट में फर्स्ट क्लास में ट्रैवल करती थी. जिस देश में वह पहुंचती, वहां के महंगे होटल में रुकती. महंगे रेस्टोरेंट्स में खाना खाती और महंगी ज्वेलरी शॉप्स में विजिट करती. ज्योति ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर दुबई की एमिरेट्स की फर्स्ट क्लास की श्रेणी की यात्रा का फोटो भी शेयर किया हुआ है. इसके अलावा वह चीन में भी यात्रा के दौरान वीवीआईपी की तरह रही. इसके उलट भारत लौटने पर वह साधारण लड़की की तरह रहती थी.
दिल्ली में 20 हजार की नौकरी की: ज्योति की सारी पढ़ाई हिसार में हुई। यहां के FCJ कॉलेज से उसने BA की पढ़ाई की. फिर दिल्ली चली गई, जहां उसे 20 हजार रुपए सैलरी पर नौकरी मिल गई. दिल्ली वह PG में रहती थी। घर वह कभी-कभार ही आती थी. 2020 में जब कोरोना काल आया तो कंपनी ने उसे नौकरी से निकाल दिया. वह हिसार लौट आई. उस वक्त उसे यहां कोई नौकरी नहीं मिली.
बेरोजगार हुई तो वीडियो बनाने लगी: नौकरी छूटने के बाद ज्योति बेरोजगार हो गई. फिर उसने सोशल मीडिया पर देखा कि लोग ढेर सारे वीडियो बनाते हैं, जिसके बदले उन्हें रुपए मिलते हैं. दिल्ली में रहकर वह खुद को स्टाइलिश बना चुकी थी, इसलिए उसने भी फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर चैनल बनाकर वीडियो बनाने शुरू कर दिए. धीरे-धीरे उसे इनके जरिए कमाई भी होने लगी.
आस-पड़ोस में ज्यादा बात नहीं करती थी: इस दौरान ज्योति अधिकतर समय बाहर ही रहती थी. ज्योति की घर की गली के नुक्कड़ पर ही किराना की दुकान है. वहां बैठे दंपती ने कहा कि ज्योति आस-पड़ोस के लोगों से बहुत कम बोलती थी. वह कभी दुकान पर सामान लेने भी नहीं आती थी.
हिसार की अग्रसेन कॉलोनी में यह ज्योति मल्होत्रा का घर है. 3 दिन पूछताछ के बाद गिरफ्तार की गई ज्योति मल्होत्रा की एक्टिविटी को पुलिस और भारत की खुफिया एजेंसियां काफी समय से ट्रैक कर रहीं थी. जब पुख्ता सबूत मिले तो गुरुवार (15 मई), सुबह 10 बजे पुलिस उसके घर आई. घर की तलाशी ली.
ज्योति के अलावा पिता और चाचा समेत सबके मोबाइल जब्त किए. ज्योति का लैपटॉप भी कब्जे में ले लिया. इसके बाद पुलिस ज्योति को थाने ले गई, मगर गुरुवार रात को 9 बजे पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया. पिता हरीश मल्होत्रा ने बताया कि ज्योति ने घर लौटकर कहा कि पापा मुझे फंसाया जा रहा है. मैंने कोई गलत काम नहीं किया. शुक्रवार सुबह फिर उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया. फिर शुक्रवार रात को ही पुलिस उसे वापस घर लेकर आई. उससे जुड़ा सारा सामान जब्त कर पुलिस ज्योति को लेकर थाने लौट गई. तब पता चला कि ज्योति को गिरफ्तार कर लिया गया है.