माघ पूर्णिमा आज 12 फरवरी, बुधवार को है और पूरे देश से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़कर महाकुंभ नगरी में पहुंचा है. लोग त्रिवेणी में स्नान करके पुण्य लाभ ले रहे हैं. माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बड़ा महत्व है. विशेष तौर पर गंगाजी में, क्योंकि धार्मिक मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु स्वंय ही गंगाजल में निवास करते हैं. यदि गंगा नदी में स्नान ना भी कर पाएं तो घर में गंगाजल मिश्रित पानी से स्नान करें. इसके अलावा आज का दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी को भी प्रसन्न करने का होता है. पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें और कुछ उपाय भी कर लें. इससे लक्ष्मी जी आपके घर में ही वास करेंगी और अपार सुख-समृद्धि देंगी.
ऐसी मान्यताए हैं कि इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति हो जाती है. साथ ही, माघी पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करने का भी विशेष महत्व बताया गया है.
दान-स्नान की प्रक्रिया और पूजन विधि
माघ पूर्णिमा के दिन सुबह सूर्योदय से पहले किसी पवित्र नदी में स्नान करें. साफ-सुथरे वस्त्र धारण करने के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए.
स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की संयुक्त पूजा करें. लक्ष्मी-नारयण को फल, फूल और मिठाई का भोग लगाएं. विष्णु जी को तुलसी दल अर्पित करें. उनके मंत्रों का उच्चारण करते रहें और फिर लोगों में प्रसाद बांटें.
इसके बाद दोपहर के समय किसी जरूरतमंद या गरीब व्यक्ति को भोजन कराकर दान-दक्षिणा देना चाहिए. आप अपने सामर्थ्य के अनुसार कोई भी चीज दान कर सकते हैं. इसमें अन्न, वस्त्र, तिल, गुड़, घी, कंबल या खाने की चीजों का दान उत्तम माना जाता है.
इसके अलावा, दान में काले या सफेद तिल से बनी चीजों को भी शामिल किया जा सकता है. माघ पूर्णिमा पर काले तिल से हवन और पितरों का तर्पण भी करना चाहिए.
माघी पूर्णिमा के उपाय
– माघी पूर्णिमा के दिन गंगाजल से जरूर स्नान करें और उसके बाद श्रीहरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें. पूजा में मां लक्ष्मी को गुलाब के फूल, खीर अर्पित करें. इससे सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
– माघ पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा के दौरान श्रीसूक्त का पाठ जरूर करें. श्रीसूक्त का पाठ करने से मां लक्ष्मी अपने भक्तों का धन-वैभव का वरदान देती हैं.
– माघ पूर्णिमा के दिन काले तिल और जल से अपने पितरों के लिए तर्पण करें, इससे पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है और कई कष्टों से राहत मिलती है. साथ ही इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा जरूर दें.
– माघ पूर्णिमा के दिन दीपदान करें. इससे सभी देवी-देवता प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं.
– पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष होती है. रात में निशिता काल में लक्ष्मी जी की पूजा करके उन्हें कौडि़यां अर्पित करें और फिर उन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख लें. इससे धन आगमन के रास्ते बनते हैं.