यूपी में मौसम बिगड़ गया है. बुधवार देर शाम से लेकर गुरुवार सुबह के बीच यूपी के कई जिलों में बारिश हुई. वहीं लखनऊ, सीतापुर, कानपुर में बारिश हो रही है.लखनऊ समेत अवध के कई जिलो में हवाओं से मौसम बदल गया. श्रावस्ती में रात में ओले गिरे. ओले का आकार बड़ा था. इसी तरह गोंडा में बारिश से गेहूं की खड़ी फसल गिर गई. अवध के सभी जिलों में सुबह से हल्की या ज्यादा बरसात हो रही है. कई जिलों में बीती रात ओले गिरे थे. इसको लेकर योगी सरकार अलर्ट है. सीएम योगी ने किसानों को लेकर अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं.
सीतापुर में दो मौतें: सीतापुर जिले के बिसवां के मोचखुर्द निवासी हरिश्चंद बृहस्पतिवार सुबह खेत में काम कर रहे थे. अचानक उन पर आकाशीय बिजली गिरी। वह गंभीर रूप से घायल हो गए. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं, सकरन में बारिश के चलते गिरी पक्की दीवार गिरने से महिला की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश, ओलावृष्टि, आंधी तूफान, वज्रपात के दृष्टिगत सम्बन्धित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नजर रखें और प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करें. सीएम योगी ने यह निर्देश भी दिए हैं कि फसलों को हुए नुकसान का आंकलन कर शासन को आख्या उपलब्ध कराई जाए ताकि इस सम्बन्ध में अग्रेतर कार्यवाही की जा सके.
पश्चिमी विक्षोभ बुधवार की देर शाम तक पूरे यूपी में सक्रिय हो चुका है. यूपी के कई जिलों में मौसम का रुख बदल गया। गुरुवार सुबह से राजधानी लखनऊ के आसपास हरदोई, उन्नाव, कन्नौज, सीतापुर शाहजहांपुर, कानपुर में अलग-अलग स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश से तापमान में भारी गिरावट आई. लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं किसानों की फसलों का भारी नुकसान हुआ.
लखनऊ में हुई बरसात, दिन में छाया अंधेरा: लखनऊ में गुरुवार की सुबह एकदम से मौसम बदल गया. दिन में अंधेरा छा गया। कई इलाकों में तेज बारिश हुई. ठंडी तेज हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई.
खड़ी फसल गिरी: गोंडा में बुधवार की रात एकाएक मौसम का मिजाज बदल गया। तेज हवा के साथ बारिश होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई. कहीं पर गेहूं की पकी फसल गिर गई तो कहीं पर कटाई के बाद भीग गई. इससे किसानों को दिक्कत हुई. हालांकि बृहस्पतिवार की सुबह मौसम साफ है. आसमान में हल्के बादल देखे जा सकते हैं.
इन जिलों में है गरज-चमक संग वज्रपात की आशंका: प्रतापगढ़, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं व आसपास के इलाकों में.