विराट कोहली पत्नी अनुष्का भी साथ प्रेमानंद महाराज से मिलने वृंदावन पहुंचे, लिया गुरुमंत्र

विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के अगले दिन मथुरा के वृंदावन पहुंचे. मंगलवार सुबह उन्होंने केली कुंज आश्रम में प्रेमानंद महाराज से मुलाकात करके आशीर्वाद लिया. पत्नी अनुष्का शर्मा भी साथ हैं। विराट कोहली का वृंदावन का यह तीसरा दौरा था.

इससे पहले वह 4 जनवरी 2023 और 10 जनवरी 2025 को वृंदावन आए थे. दोनों बार प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की थी. विराट कोहली वृंदावन में होटल रेडिसन में रुके हैं. मंगलवार तड़के यहां से प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे. विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था. कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा था- टेस्ट क्रिकेट ने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया, वो पाठ सिखाए जो जिंदगीभर मुझे याद रहेंगे. विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक बनाए। विराट ने 7 दोहरे शतक लगाए. 2017 और 2018 में वे टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए.

विराट कोहली वृंदावन में होटल रेडिसन में रुके हैं. मंगलवार सुबह कार से वह प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे. विराट ने पूछा था- असफलता में हमें कैसे रहना है? विराट-अनुष्का दोनों बच्चों के साथ 10 जनवरी 2025 को भी प्रेमानंद महाराज से मिलने आए थे. दोनों ने करीब 30 मिनट तक आध्यात्मिक चर्चा की. अनुष्का ने प्रेमानंद महाराज से भक्ति के लिए आशीर्वाद मांगा.

अभ्यास को निरंतर और नियंत्रण में रखते हुए आगे बढ़ें: बातचीत के दौरान विराट ने पूछा, ‘असफलता से कैसे निकलें. महाराज ने कहा, ‘अभ्यास जारी रखें, जीत निश्चित है. अपने अभ्यास को निरंतर और नियंत्रण में रखते हुए आगे बढ़ें. जैसे मेरे लिए नाम जप एक साधना है, वैसे ही आपके लिए क्रिकेट साधना है. बस बीच-बीच में भगवान का नाम लेते रहें.’ महाराज बोले- उस समय हमको भगवान का चिंतन करते हुए धैर्य रखना है. ये बड़ा कठिन है. असफलता में कोई धैर्यपूर्वक मुस्कुरा के निकल जाए, ये बहुत बड़ी बात होती है. असफलता हमेशा नहीं रहेगी. दिन है तो रात आएगी, रात है तो दिन आएगा.

भगवान का स्मरण करना चाहिए: हमको धैर्यपूर्वक भगवान का स्मरण करना चाहिए. पर यह बहुत कठिन है, क्योंकि जो सम्मान सफलता में मिलता है वो असफलता में नहीं मिलता. उन्होंने कहा, ‘विजय के लिए दो चीजों की आवश्यकता होती है. एक अभ्यास और दूसरा प्रारब्ध. यदि प्रारब्ध नहीं है, सिर्फ अभ्यास है, तब जीत मुश्किल हो जाती है. इसके लिए प्रभु के ज्ञान के साथ-साथ उनका नाम जपना आवश्यक है.’

Hot this week

महिला क्रिकेट को बढ़ावा, हरिद्वार में ट्रॉफी 11 जून से

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ उत्तराखंड (सीएयू) 11 जून से वूमेन्स...

उत्तराखंड क्रिकेट को नई रफ्तार देने जुटे बलूनी-वर्मा

देहरादून: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) के सचिव महिम...

असली UPCA कौन? मैदान से बोर्डरूम तक घमासान शुरू

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) में इन दिनों...

Topics

महिला क्रिकेट को बढ़ावा, हरिद्वार में ट्रॉफी 11 जून से

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ उत्तराखंड (सीएयू) 11 जून से वूमेन्स...

उत्तराखंड क्रिकेट को नई रफ्तार देने जुटे बलूनी-वर्मा

देहरादून: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) के सचिव महिम...

असली UPCA कौन? मैदान से बोर्डरूम तक घमासान शुरू

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) में इन दिनों...

Related Articles

Popular Categories

error: Content is protected !!