UP के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. वह अक्सर कुछ बोलकर बाद में उस पर सफाई दे रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर मेरे बयान का गलत मतलब निकालकर वैश्य समाज को भड़काने का काम कर रहे है. इस तरह के लोगों से सावधान रहने की ज़रूरत है.
एके शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक में लिखा, “चार दिन पहले तारीख 23 जुलाई, को बिजली विभाग के अधिकारियों की मीटिंग में विद्युत सेवा को बेहतर और गरीब व्यक्ति के प्रति संवेदनशील बनाने के इरादे से मैंने कहा था कि हम एक पब्लिक यूटिलिटी चला रहे हैं; पब्लिक सर्विस चला रहे हैं. हम कोई बनिया की दुकान नहीं चला रहे हैं कि पैसा नहीं दिया तो सामान नहीं मिलेगा.” उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा इसका गलत मतलब यह सोचकर निकाला जा रहा है कि हमने कहा था ‘हम कोई बनिया की दुकान नहीं चला रहे कि पैसा दे दिया और समान नहीं मिलेगा.’ इसे बनिया/वैश्य वर्ग की ईमानदारी से जोड़ा जा रहा है.
उर्जा मंत्री ने कहा “कृपया मेरा वीडियो ध्यान से सुन लिया जाए. जो सोचा जा रहा है वो मैंने कहा ही नहीं है और न ही ऐसा कहने की मंशा थी. फिर भी मैंने अगले दिन 24 जुलाई को दिन में खुले मंच से और भी स्पष्ट कर दिया कि बनिया का अर्थ किसी वर्ग विशेष से नहीं है. यह मात्र पब्लिक सर्विस-पब्लिक यूटिलिटी और कॉमर्शियल या बिज़नेस प्रतिष्ठान में फ़र्क बताने के लिए कहा है.”
योगी के मंत्री ने आगे कहा कहा “एक बार पुनः कहना चाहूंगा कि जो सोचा जा रहा है वह मैंने कहा ही नहीं है. जो भी कहा उसके पीछे किसी वर्ग या समाज को नीचा दिखाने या उनकी भावना दुखाने का कोई इरादा नहीं था. वैश्य या बनिया वर्ग हमारे समाज का बहुत ही महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित वर्ग है. पुरातन समय से भारतीय समाज में महाजन का उच्च स्थान रहा है. मैं उनका पूरा आदर और सम्मान करता हूँ.