कानपुर में युवक का शव घर के बाथरूम में मिला. पत्नी ने पानी से भरे बाथटब में बॉडी देखी. परिजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.
युवक की बेटी ने पुलिस से कहा- सोमवार रात को 2 अंकल घर आए थे. मेरे सामने पापा के सिर पर डंडा मारा, फिर भाग गए. वहीं पत्नी ने कहा- सोमवार रात शराब के नशे में आए थे. मैं सोने चली गई. सुबह उनकी बॉडी बाथरूम में देखी. युवक राजन की पत्नी मुस्लिम है. 11 साल पहले परिवार के खिलाफ जाकर लव मैरिज की थी.
राजन की बॉडी पर चोट के निशान देखकर उनके भाई अमित ने अपनी भाभी पर हत्या का आरोप लगाया है. पोस्टमॉर्टम हाउस पर अमित का उसकी भाभी से विवाद भी हुआ. हालांकि पुलिस और परिजनों ने मामले को शांत कराया. पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है. मामला सोमवार देर रात का नौबस्ता इलाके का है.
छोटे भाई अमित वर्मा ने कहा- राजन का 2012 में पत्नी से तलाक हो गया था. इसके बाद उन्होंने 2013 में यशोदा नगर महादेवन कॉलोनी की मुस्लिम युवती से लव मैरिज की थी. परिवार को ये शादी मंजूर नहीं थी. इसलिए राजन परिवार से अलग होकर रहने लगा। एक साल से वह कानपुर के यशोदा नगर के ब्लॉक स्थित रन्नो बाजपेई के मकान में किराए पर रह रहे थे. परिवार में पत्नी चांदनी वर्मा और दो बच्चे चाहत (10) और वंशु (7) हैं। सोमवार रात को चांदनी (भाभी) का फोन आया. उन्होंने कहा- जल्दी आ जाइए, ये बाथरूम में रखे टब में डूब गए हैं. हम लोग जब वहां पहुंचे तो भाई का शव बाथरूम के बाहर पड़ा था.
भाभी ने ही उन्हें मार डाला: भाई अमित ने कहा- मेरा भाई राजन परेशान रहता था. भाभी ने ही उन्हें मार डाला है. पत्नी बोलीं- वो नशे में घर लौटे, मैं सोने चली गई चांदनी ने बताया कि सोमवार रात पति जब घर लौटे, तो वह शराब के नशे में थे. मैंने उन्हें पीने के लिए पानी दिया. फिर बच्चों के साथ अपने कमरे में सोने चली गई. सुबह 4.30 बजे घड़ी का अलार्म बजा, तो मैं पति को देखने पहुंची. वह बिस्तर पर नहीं थे. बाथरूम के बाहर पानी पड़ा हुआ था.
पापा को डंडा मारा: मैं अंदर गई तो टब में वह डूबे हुए थे. बेटा बोला- 2 दोस्त आए, पापा को डंडा मारा पुलिस ने राजन के बड़े बेटे चाहत से भी पूछताछ की. उसने बयान दिया- पापा के दो दोस्त घर आए थे. पापा की साइकिल गिर गई तो मैं जाग गया था. उन्होंने पापा के सिर पर डंडा मारा था. पुलिस को अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि बयानों की हकीकत सामने आ सके.