जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी का शव देर रात कानपुर लाया गया. लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. शुभम का शव उनके पैतृक गांव हाथीपुर पहुंचाया. मंत्री राकेश सचान और योगेंद्र उपाध्याय ने घर पर पार्थिव शरीर को कन्धा दिया.
शव का अंतिम संस्कार आज: शव का अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सुबह 9:30 बजे कानपुर पहुंच रहे है.
शुभम की पत्नी एशान्या रोते हुए आतंकी हमले की आंखोंदेखी बताई: कहा- मैं और शुभम मैगी खाने जा रहे थे. पापा वॉशरूम गए थे. इसी दौरान एक आदमी पीछे से आया. उसने बंदूक साइड में रखकर शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? फिर कहा-अगर मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर दिखाओ. मैंने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया? तब उसने मुझसे भी पूछा-हिंदू है या मुसलमान? मैंने कहा-हिंदू हूं. इसके बाद उसने मेरे पति को गोली मार दी. पहले शुभम को मारा, फिर बाकी लोगों को भी गोली मार दी.
बुधवार रात 11:30 बजे शव फ्लाइट से लखनऊ लाया गया: अमौसी एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान शुभम के पिता संजय द्विवेदी डिप्टी सीएम से लिपटकर रो पड़े. डिप्टी सीएम ने उन्हें ढांढस बंधाया. इसके अलावा, सीएम योगी ने भी शुभम के पिता से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी. पिता संजय द्विवेदी ने कहा- दो टके के आतंकवादी भारत सरकार को चुनौती देकर चले गए. सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
मालूम हो कि शुभम द्विवेदी और एशान्या की शादी 2 महीने पहले ही हुई थी. शुभम उन 27 पर्यटकों में शामिल थे, जिन्हें मंगलवार को पहलगाम ने आतंकियों ने गोली मार दी. शुभम 17 अप्रैल को पत्नी एशान्या और परिवार के 11 सदस्यों के साथ कश्मीर घूमने गए थे. पत्नी ने परिवार को फोन पर बताया- आतंकियों ने पहले नाम पूछा और फिर सिर में गोली मार दी। जब मैंने उनसे कहा कि मुझे भी गोली मार दो…. इस पर आतंकियों ने कहा- तुम्हें नहीं मारेंगे, तुम जाकर मोदी और सरकार को बताओ…इसीलिए तुम्हें छोड़ रहे हैं. पति की मौत के बाद पत्नी बेहोश हो गई थी.