समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह कहते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘दुर्गंध का स्रोत’ बताया कि भाजपाइयों को दुर्गंध पसंद है तभी वे गौशाला खोल रहे हैं, जबकि उनकी पार्टी ने परफ्यूम पार्क खोला. हालांकि, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश पर पलटवार करते हुए कहा कि किसान, खासकर ग्वाल के बेटे, को अगर गाय के गोबर से दुर्गंध आने लगे तो समझना चाहिए कि वह अपनी जड़ों और समाज से पूरी तरह कट चुका है. यादव ने बुधवार को कन्नौज में मीडिया से बातचीत में कहा था, ”कन्नौज ने हमेशा से ही भाईचारे की खुशबू फैलाई है, जबकि भाजपा नफरत की बदबू फैला रही है.
किसान, ख़ासकर ग्वाल के बेटे को अगर गाय के गोबर से दुर्गंध आने लगे तो समझना चाहिए कि वह अपनी जड़ों और समाज से पूरी तरह कट चुका है। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने लिखा था कि किसान के बेटे को अगर गोबर से दुर्गंध आने लगे तो अकाल तय है। सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव को भी गोबर से दुर्गंध…
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) March 27, 2025
अखिलेश यादव ने कहा था कि “मैं कन्नौज के लोगों से भाजपा की बदबू पूरी तरह से समाप्त करने का आग्रह करता हूं. यह कुछ हद तक घट गई है, लेकिन अगली बार इसे पूरा हटा दें, ताकि कन्नौज का रुका हुआ विकास आगे बढ़ सके.” अखिलेश ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, ”उन्हें (भाजपाइयों को) बदबू पसंद है तभी वे गौशालाएं खोल रहे हैं. हमें खुशबू पसंद है, तभी हम एक परफ्यूम पार्क बना रहे हैं. यादव की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर पलटवार किया.
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”किसान, खासकर ग्वाल के बेटे, को अगर गाय के गोबर से दुर्गंध आने लगे तो समझना चाहिए कि वह अपनी जड़ों और समाज से पूरी तरह कट चुका है. कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने लिखा था कि किसान के बेटे को अगर गोबर से दुर्गंध आने लगे तो अकाल तय है. सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव को भी गोबर से दुर्गंध आ रही है. उनकी पार्टी का भी समाप्त होना तय है.