प्रयागराज में शुक्रवार को कांवड़िए और नमाजी भिड़ गए. इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. आरोप है कि नमाजियों ने लाठी-डंडे और तलवार से कांवड़ियों पर हमला कर दिया. पथराव भी किया। इससे कई कांवड़िए घायल हो गए.
विवाद DJ बजाने को लेकर हुआ था. मुस्लिम पक्ष ने DJ की आवाज कम करने को कहा था. सूचना पाकर दो थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. पुलिस के सामने भी नमाजी और कांवड़ियों में धक्कामुक्की हुई. पुलिस ने किसी तरह हालात संभाला. मामला सरायं ख्वाजा मऊआइमा के पास का है. पीड़ित पक्ष ने 15 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ शिकायत दी है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कड़ी सुरक्षा के बीच कांवड़ियों को मस्जिद के पास से निकाला गया.
इससे पहले की मामला ज्यादा गरमाता पुलिस ने बीच-बचाव किया और दोनों पक्षों को शांत कराकर अलग किया. नमाजियों के रास्ते से हटने और कांवड़ियों के गुजरने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली. मामले की जानकारी मिलते ही अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया.
हालांकि सबकुछ शांति से निबटने पर अफसर भी राहत में दिखाई दिए. प्रयागराज के मऊआइमा क्षेत्र यह घटना ऐसे समय हुई जब कांवड़ियों पर लग रहे आरोपों को लेकर सीएम योगी भी खफा नजर आए. कांवड़ियों के तोड़फोड़ और उत्पात की सोशल मीडिया पर चल रही खबरों को सीएम योगी ने देश की विरासत पर हमला तक करार दिया है. कहा कि कांवड़ियों के खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है.
सराय ख्वाजा गांव में शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा की जा रही था. इसी दौरान डीजे बताते हुए कांवड़ियों का जुलूस भी आता नजर आया. नमाज के मद्देनज़र स्थानीय लोगों ने डीजे बंद करने और जुलूस को रोकने को कहा. इसे लेकर दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई. बहस के बीच ही धक्कामुक्की भी होने लगी. इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया.
कुछ देर में हीह पुलिस पहुंच गई और दोनों स्थिति को नियंत्रित किया. समझाबुझाकर दोनों पक्षों को शांत कराया. बाद में दोनों पक्ष थाने पहुंचे और अपनी-अपनी शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि मामला शांति भंग का है और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर कार्रवाई की जा रही है. क्षेत्र में एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
कांवड़ यात्रा में शामिल महेंद्र कुमार ने मऊआइमा थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायती पत्र दिया है. महेंद्र सराय स्नाला के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया, दोपहर करीब 1:30 बजे वह और अन्य श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में शामिल होकर भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाने के उद्देश्य से डीजे के साथ नाचते-गाते हुए निकल रहे थे. जैसे ही यात्रा गांव के भोला जायसवाल के घर के पास पहुंची, तभी लगभग 200 मीटर दूर स्थित मस्जिद की दिशा से एक भीड़ आई जिसमें तौहीद, यामीन, तस्लीम, राजू, मोहम्मद सहिल, अबरार, सहलाद, तुफैल अहमद, कल्लू, सुदैन अहमद, जीशान, गरजूर साईं, मोसमात STO रामसार सहित करीब 50 अज्ञात लोग शामिल थे.
आरोपियों के हाथों में तलवार, लाठी-डंडे और अन्य हथियार थे. इन्होंने कांवड़ यात्रा पर हमला कर दिया। हमलावरों ने यात्रा में शामिल लोगों को जातिसूचक गालियां दीं। धमकी दी कि “तुम लोग यहां यात्रा नहीं निकाल सकते, अगर दोबारा ऐसा किया तो जान से मार देंगे.”
इंस्पेक्टर मऊआइमा पंकज कुमार अवस्थी ने बताया- जुमे की नमाज के दौरान का मामला है। DJ की आवाज धीमी करने को कहा गया तो कांवड़िए नहीं मानें. इसी को लेकर विवाद हुआ। तहरीर पर मुकदमा किया जा रहा है. फिलहाल, कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई है. मारपीट करने वालों की तलाश की जा रही है.