चैंपियंस ट्रॉफी में खिताबी जीत के बाद रोहित शर्मा की टेस्ट कप्तानी को भी जीवनदान मिल गया है. बताया जा रहा है कि जून से अगस्त के बीच इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सिरीज में रोहित शर्मा ही कप्तान होंगे. गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सिरीज में भारत का प्रदर्शन काफी खराब था. इसके बाद रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल उठने लगे थे. यहां तक कि आखिरी टेस्ट में रोहित ने खुद को टीम से बाहर कर लिया था. इस टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने भारत की कमान संभाली थी.
बीसीसीआई का समर्थन: अब चैंपियंस ट्रॉफी में जीत के बाद रोहित को बीसीसीआई का पूरा समर्थन मिला है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बोर्ड और चयनकर्ता रोहित को एक और बड़े टूर पर बतौर कप्तान भेजने का फैसला किया है. बोर्ड का कहना है कि रोहित ने साबित कर दिया है कि वह क्या कर सकते हैं. हर किसी को लगता है कि इंग्लैंड दौरे पर भारत का नेतृत्व करने के लिए रोहित सबसे उपयुक्त हैं. रोहित ने भी अभी रेड बॉल क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई है.
रोहित ने कहा था रिटायर नहीं होने जा रहा: इससे पहले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद रोहित ने खुद कहा था कि वह रिटायर नहीं होने जा रहे हैं. हालांकि जब उनसे 2027 के वनडे वर्ल्डकप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपनी योजना का खुलासा नहीं किया था. रोहित ने आईसीसी से कहाकि मैं अच्छा खेल रहा हूं. मैं टीम के साथ जो भी कर रहा हूं, उसमें मजा आ रहा हूं. टीम को भी मेरे साथ अच्छा लग रहा है. यह बहुत अच्छी बात है. मैं अभी 2027 को लेकर कुछ नहीं कह सकता हूं, क्योंकि इसमें काफी समय है लेकिन मैंने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं.
टीम नहीं छोड़ने की कही थी बात: रोहित ने आगे कहाकि इन चीजों से मुझे काफी खुशी मिलती है. इसमें बहुत सारी चीजें शामिल हैं। जिस तरह से टीम खेल रही है, हमें काफी गर्व है. मैं टीम को छोड़ना नहीं चाहता हूं. इस वक्त हम जिस तरह से खेल रहे हैं, उसमें काफी मजा आ रहा है. गौरतलब है कि जनवरी में रोहित ने खुद को सिडनी टेस्ट से अलग कर लिया था. तब उन्होंने कहा था कि यह उनके करियर का एक बुरा दौर है जो बहुत लंबा नहीं चलेगा. उस वक्त तीन टेस्ट मैचों में रोहित का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 10 रन था. वहीं, उन्होंने अपना आखिरी अर्धशतक अक्टूबर 2024 में लगाया था.