कानपुर के महाराजपुर में बच्चे को धार्मिक नारा नहीं लगाने पर बेरहमी से पीटा और उसके पैर में कांच की बोतल से हमला करके लहूलुहान कर दिया. मामले में बच्चे के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामले में पड़ोसियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है. पुलिस का कहना है कि बच्चों में मारपीट हुई है लेकिन धार्मिक नारे लगाने वाला आरोप झूठा है. FIR करके आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
विवाद के बाद महाराजपुर में जुमा के चलते अलर्ट मोड में पुलिस: महाराजपुर थाना क्षेत्र के सरसौल गांव में रहने वाले मो. कादिर ने बताया कि 17 अप्रैल को वह बस स्टेशन जा रहे थे. इस दौरान रास्ते में मिले पड़ोसी राजू शुक्ला उर्फ बरसाती लाल और उनके अन्य दो साथियों ने रोक लिया. गाली-गलौज करते हुए कहा कि मेरे पैर छुओ और धार्मिक नारे लगाने को कहा. इसका विरोध करने पर तीनों गाली-गलौज और मारपीट पर अमादा हो गए. यह कोई पहली बार नहीं था आरोपी इसी तरह से दूसरे समुदाय के लोगों से आए दिन करते हैं. इसी से खुन्नस खाए आरोपियों ने कादिर के नाबालिग बेटे को रोका और उसे बेरहमी से पीटा. इसके बाद धार्मिक नारे लगाने का विरोध करने पर मारपीट करने के साथ ही कांच की बोतल तोड़कर पैर में घोंप दिया. इससे वह लहूलुहान हाे गया. इसके बाद आरोपी मौके से भाग निकले.
पीड़ित कादिर इसी हालत में बच्चे को लेकर महाराजपुर थाने पहुंचा और आरोपी राजू शुक्ला उर्फ बरसाती लाल और दो अन्य साथियों के खिलाफ तहरीर दी. महाराजपुर पुलिस ने बच्चे का मेडिकल कराने के बाद कादिर की तहरीर पर राजू शुक्ला उर्फ बरसाती लाल व उनके दो अन्य साथियों के खिलाफ जानलेवा हमला करना, मारपीट करना समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है.
एसीपी चकेरी सुमित रामटेक ने बताया कि मामले की जांच की गई तो सांप्रदायिक वाला आरोप गलत निकला. बच्चों के झगड़े में उसे कांच मारा गया है. मामले में पीड़ित की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. जल्द ही आरोपियों को अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा.
जुमा के चलते अलर्ट रही पुलिस: सरसौल में धार्मिक नारे लगाने का विरोध करने पर बच्चे की पिटाई और कांच मारने का मामला सामने आने के बाद पुलिस भी अलर्ट हो गई. मामले में फौरन एफआईआर दर्ज की और इलाके के लोगों को साफ-साफ बताया कि बच्चों के विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. इसके चलते जुमे की नमाज को इलाके में पुलिस अलर्ट रही.