पहलगाम हमले के बाद सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पाकिस्तान के आतंकी कैंपों पर हमले कर उन्हें तबाह कर दिया था. ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमा पार के आतंकी शिविरों पर एक्शन के बाद सुरक्षाबलों ने अब सरहद के भीतर यानी जम्मू कश्मीर में आतंक के खिलाफ सैन्य अभियान को तेज कर दिया है. शोपियां समेत अलग-अलग इलाकों में आतंकियों की तलाश के लिए सेना अभियान चला रही है.
मंगलवार की सुबह ऐसे ही एक अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को घेर लिया है. आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है. शोपियां के जम्पाथरी में मुठभेड़ जारी है. मौके पर अभी भी कम से कम दो आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. दोनों तरफ से फायरिंग चल रही है.
यह मुठभेड़ ऐसे समय हुई है, जब पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के पोस्टर शोपियां के कई इलाकों में लगाए गए थे. सुरक्षाबलों ने आतंकियों की सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये इनाम देने का भी ऐलान कर रखा है. सेना ने पहलगाम में मासूम पर्यटकों की मौत के गुनहगार तीन पाकिस्तानी आतंकियों की तलाश तेज कर दी है.
सुरक्षाबलों की ओर से सार्वजनिक स्थलों पर जगह-जगहपोस्टर लगाए गए हैं. इन आतंकियों की तस्वीर एजेंसियों ने पहले ही जारी कर दी थी. पोस्टर में आतंकियों के बारे में लोगों से जानकारी मांगी गई है ताकि इन्हें जल्दी पकड़ा जा सके. इसके साथ ही सूचना के लिए दो नंबर भी पोस्टर पर प्रिंट है. फिलहाल हमले की जांच एनआईए कर रही है. गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीनों आतंकी पाकिस्तान के हैं. इनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा है। एजेंसियों ने बताया कि तीनों आतंकियों के कोड नाम भी थे- मूसा, युनूस और आसिफ.
गौरतलब है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला बोल दिया था. इस कायराना आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी और 14 लोग घायल हुए थे. मृतकों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल था. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी.