आने वाले समय में एक और पश्चिमी विक्षोभ प्रचंड गर्मी का सिलसिला तोड़ने आ रहा है. इसका असर एक मई से प्रदेश के 20 जिलों में दिखने का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग के अनुसार अभी यह सिलसिला जारी रहेगा. मई की शुरुआत में तीन से चार दिन विक्षोभ अपना असर दिखाएगा. आंधी बारिश के साथ कहीं कहीं ओले गिर सकते हैं. अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल सिंह के अनुसार इस बार पांच फीसदी अधिक वर्षा की संभावना है. इसकी वजह उत्तरी गोलार्ध में सामान्य से कम बर्फ की चादर का होना भी है. विक्षोभ गुजरने के बाद हवा की रफ्तार तेज हो गई. आसमान में बादलों से धूप काबू में रही. सोमवार को अधिकतम पारा 36.9 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2.6 कम रहा.
इस बार उत्तरी बांग्लादेश ने बिगाड़ा मौसम, यलो अलर्ट: इस बार उत्तरी बांग्लादेश ने उत्तर प्रदेश समेत कई पूर्वी राज्यों का मौसम बिगाड़ दिया. पूरे प्रदेश में दिन का पारा 03 से 05 डिग्री गिर गया. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसका कम असर पड़ा. फिलहाल इन गतिविधियों का असर कानपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में 03 से 04 मई तक रहेगा. पहली मई को प्रदेश के 10 जिलों को छोड़ शेष में यलो अलर्ट जारी किया गया है.
एक टर्फ लाइन मध्य उत्तर प्रदेश से बांग्लादेश तक बनी हुई है. उत्तरी बांग्लादेश में एक परिसंचरण (सर्कुलेशन) एक्टिव है. इसके अतिरिक्त असम और पाकिस्तान के ऊपर भी एक विक्षोभ बना हुआ है. असम के ऊपर बना विक्षोभ अधिक प्रभावशाली है जिसके चलते देश के पूर्वी हिस्से में गरज-चमक, ओलावृष्टि और धूल भरी आंधी का दौर बना रहेगा.
नरम पड़े गर्मी के तेवर, गिर गया पारा: हीट वेव के बाद अब गर्मी के तेवर नरम पड़ गए हैं. पिछले 48 घंटों में दिन का पारा 05 डिग्री सेल्सियस गिर गया. सोमवार को अधिकतम पारा 37.2 डिग्री सेल्सियस हो गया.
गर्मी से मिलेगी और राहत: मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि विक्षोभ और परिसंचरण के कारण प्रदेश के पूर्वी राज्यों में आंधी-पानी का दौर जारी है. उत्तर प्रदेश में आंधी-पानी, आकाशीय बिजली, वज्रपात आदि का दौर जारी रहेगा. पहली मई से पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. इससे पहले पूर्वी व उत्तरी हिस्से में आंधी-पानी का दौर चलेगा. हल्के बादल रहेंगे। नमी अधिक रहेगी. सोमवार को अधिकतम नमी 48 और न्यूनतम 30 प्रतिशत रही.