संभल हिंसा मामले में न्यायिक आयोग ने गुरुवार को तीसरी बार जिले का दौरा किया। जिसके बाद जांच आयोग ने उन सरकारी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए, जो 24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान ड्यूटी पर थे, जब हिंसा भड़की थी। और इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी।
तो वहीं न्यायिक जांच आयोग के सदस्यों ने करीब छह घंटे तक PWD गेस्ट हाउस में सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। इसमें एएसपी, डिप्टी कलेक्टर भी शामिल रहे। वहीं, शाही जामा मस्जिद के सदर समेत दो दर्जन से अधिक लोग आयोग के समक्ष बयान दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया।
आपको बता दें जांच आयोग के सदस्यों ने बताया कि टीम अभी फिर से बयान दर्ज करने आएगी। डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि आयोग के सदस्यों ने 30 जनवरी को केवल स्वास्थ्य, पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। आम लोगों के बयान टीम के अगली बार के दर्ज किए जाएंगे।
इसी कड़ी में जांच के लिए गठित की गई कमेटी पिछले दो बार जांच के लिए और बयान दर्ज करने आ चुकी हैं, वहीं मामले में अबतक 18 पुलिस कर्मियों और 60 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।