कानपुर पुलिस ने किडनैप हुई 5 साल की बच्ची को 7 दिन के अंदर ढूंढ लिया. किडनैप करने वाली बुर्का पहने महिला को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. अरेस्ट होते ही महिला फफक-फफक कर रोने लगी.
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया- साहब मेरी कोख 10 साल से सूनी है. बच्ची से पूछो आप, मैंने इसको कितना प्यार किया. उसे बिल्कुल भी परेशान नहीं किया। मैं बच्चा चोर नहीं हूं. मुझे तो बस एक बच्चे की ललक थी. मैंने ममता की मजबूरी में ऐसा किया था. फिलहाल पुलिस ने आरोपी महिला को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। मामला बेकनगंज का है.
बच्ची को ईद की शॉपिंग करने बेकनगंज बाजार लेकर गईं थी मां: बेकनगंज की टीना मार्केट में रहने वाले सैदूल की 5 साल की बेटी 29 मार्च को किडनैप हो गई थी. सैदूल ने बताया- मेरी पत्नी बेटी को लेकर ईद के कपड़े खरीदने सुल्ताना होटल के पास बेकनगंज बाजार गई थी. वहीं पर मेरी बेटी अचानक लापता हो गई. हमने और आसपास के दुकानदारों ने बच्ची को काफी तलाशा, लेकिन उसके बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद हमने बेकनगंज थाने में FIR दर्ज कराई.
सीसीटीवी में दिखा- बुर्के वाली महिला ने किडनैप किया: पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की और बेकनगंज बाजार और आसपास के एरिया के सीसीटीवी फुटेज चेक किए. इसमें सामने आया कि बाजार में एक बुर्का पहने महिला थी, जिसके हाथ में आसमानी रंग का पर्स था. उसी ने बच्ची को किडनैप किया। इसके बाद पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज में नवीन मार्केट में महिला बच्ची के साथ दिखी.
फिर बड़े चौराहा से मेस्टन रोड और इसके बाद ऑटो में बैठकर जाजमऊ की ओर जाते दिखी. जाजमऊ में महिला और बच्ची के ऑटो से उतरने की पुष्टि तो हुई, लेकिन इसके बाद दोनों का कोई सुराग नहीं मिला था लेकिन, पुलिस टीम ने हार नहीं मानी.
पुलिस बच्ची का फोटो और बुर्के वाली महिला की फोटो के आधार पर तलाश करते हुए गंगा पार उन्नाव की सीमा में पहुंच गई. यहां पर इनपुट मिला कि एक महिला के पास बच्ची है. उसका नाम साकिरा फातिमा है.
पूछताछ करने पर मोहल्ले के लोगों ने बताया कि साकिरा के पास अचानक 5 साल की बच्ची आने पर उन्हें संदेह हुआ था. बच्ची को भले ही वह प्यार-दुलार कर रही थी, लेकिन ये बच्ची आई कहां से? बच्ची अपने अम्मी-अब्बू और भाई-बहनों के पास जाने के लिए रोती भी थी.
जांच-पड़ताल करते हुए पुलिस उन्नाव थाना गंगाघाट के इकबाल नगर पीपर खेड़ा कटरी पहुंची. जहां से पुलिस एहसान अहमद के घर पहुंची. वहां से उसकी पत्नी साकिरा फातिमा (35) को गिरफ्तार कर लिया और थाने लेकर आई.
महिला ने कबूल किया: किडनैप करने वाली महिला ने कहा- बच्ची मुझे बहुत प्यार और दुलार से देख रही थी, तभी मैं उसे अपने साथ ले आई. बोली- सूनी कोख ने अपहरण को मजबूर किया महिला ने रोते हुए बताया- साहब, 10 साल से मैं एक बच्चे के लिए तरस रही हूं. मेरी कोख सूनी है। लाख मशक्कत के बाद भी मेरी कोख सूनी है. कई बार बच्चा गोद लेने का भी सोचा, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। बच्चों से मैं बहुत प्यार करती हूं। इसी वजह से ईद पर हमने बच्चे को घर लाने की ठान ली थी. मैं ईद की खरीदारी करने बेकनगंज बाजार गई थी। मुझे ये बच्ची बहुत प्यारी लग रही थी.
काफी देर तक मैंने उसका पीछा किया। बच्ची भी मेरी तरफ इतने प्यार से देख रही थी कि मानों वह खुद पास आना चाह रही थी. जैसे ही बच्ची की मां सामान खरीदने में व्यस्त हुईं, मैंने उसको चॉकलेट देने के बहाने अपने पास बुलाया। फिर उसे वहां से लेकर निकल गई.
साहब, बच्ची से पूछिए मैंने इसे कितना प्यार दिया है? एक पल भी उसे कोई परेशानी नहीं होने दी। महिला से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। फिर जेल भेज दिया। इसके बाद बेकनगंज थाने में बच्ची को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बच्ची के किडनैपिंग की जानकारी मिलते ही पुलिस कर्मियों की एक टीम गठित की गई. डीसीपी ने बताया- बच्ची तक पहुंचने के लिए 16 पुलिस कर्मियों की टीम ने करीब 450 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले. इसके बाद आरोपी महिला को अरेस्ट करने के साथ ही बच्ची को बरामद किया है.
पहचान छिपाने को मुड़वा दिया था बच्ची का सिर: डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि शातिर महिला ने बच्ची की पहचान छिपाने के लिए उसका घर पहुंचते ही सबसे पहले सिर मुड़वा दिया था. पुलिस वालों ने बच्ची को बरामद किया तो वह भी एक बार धोखा खा गए, लेकिन कुछ देर में ही उन्हें पूरी कहानी समझ में आ गई. महिला ने बच्ची को बहलाने के लिए सात दिन के भीतर पांच जोड़ी नए कपड़े, चॉकलेट, बिस्किट और आइसक्रीम का घर में ढेर लगा दिया था, लेकिन बच्ची का मन वहां नहीं लग रहा था. बच्ची परिजनों के सामने आते ही उनसे लिपट गई और फफक-फफक कर रोने लगी.