हमीरपुर जनपद में यमुना और बेतवा की बाढ़ विभीषका ने राजधानी लखनऊ तक की घंटी बजा दी है और यहां के आला अफसरो को न केवल लखनऊ से निर्देश मिल रहे हैं बल्कि जल शक्ति मंत्री रामकेश निषाद ने जिले का व्यापक दौरा किया उन्होंने जिला अधिकारी घनश्याम मीणा और पुलिस अधीक्षक के दीक्षा शर्मा के मोटर वोट में बैठकर निरीक्षण किया.
बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने के बाद राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने राहत शिविर का भी निरीक्षण किया और राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों से समस्याएं सुनी तथा जिला अधिकारी को समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए.
जिला अधिकारी घनश्याम मीणा निरीक्षण के दौरान मासूम बच्चे से जमीन पर बैठकर की बात की पीड़ित बच्चे से पूछा हाल चाल और डिग्री कॉलेज में पढ़ रहे बच्चों में मिठाई बाटी.
मालूम हो कि हमीरपुर जनपद में बाढ़ की स्थिति और खराब हो चली है. यहां पर यमुना नदी जहां खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है, वहीं बेतवा नदी भी पीछे नहीं है और खतरे के निशान से यह 2 मीटर ऊपर बह रही है. मुख्यालय के आसपास के इलाकों में पानी घुस गया है और लोगों का पलायन शुरू हो गया है. सबसे अहम बात यह है कि यमुना और बेतवा का संगम हो गया है. दोनों नदियां आपस में मिल गई हैं जिससे स्थिति और भयावह हो चली है.
मुख्यालय के आसपास डिग्गी इलाके समेत एक दर्जन से अधिक क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. दर्जनों कच्चे मकान बाढ़ के पानी में समाकर हुए ज़मीदोज़ हो गए हैं. लोग अपना-अपना सामान व मवेशियों को लेकर राहत शिविरों को रवाना हो रहे हैं. मुख्यालय के कई इलाकों पर सड़कों पर नावे चलने लगी है.