कानपुर देहात में बहने वाली प्रमुख नदी यमुना उफान पर है, बांधों का पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. यमुना तटवर्ती गांवों में यमुना नदी का पानी घुसना शुरू हो गया है. गांवों के संपर्क मार्ग टूट गए हैं. निचले स्तर पर निवास कर रहे ग्रामीण घरों को छोड़कर पलायन को मजबूर हैं.बाढ़ बचाओ को लेकर जिला प्रशासन ने पहले ही तैयारियां पूरी कर ली थी. प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी कर दिया गया है गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने में लगा हुआ है.
बांधों का पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है. यमुना नदी अपने खतरे की निशान 103 से ऊपर बह रही है. बाढ़ का पानी लगभग आधा दर्जन से अधिक मऊनखत, कटरी, काटर, गढ़ाथा, सहित यमुना तटवर्ती गावों में घुस चुका है. गांवों के संपर्क मार्ग टूट चुके हैं लोग गांव छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने अपने घरों से सामान निकालकर घर की छतों या ऊंचाई वाले स्थान पर रख रहे हैं. वहीं नदियों के किनारे पड़ने वाली सैकड़ो बीघा खेती को भी बाढ़ के पानी से नुकसान हो रहा है.
जिला प्रशासन ने बाढ़ राहत को लेकर बाढ़ चौकियां, और बाढ़ पीड़ितों के लिए कैंप बनाए हैं, 24 घंटे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पर निगरानी रखी जा रही है. स्थानीय लोगों को बाढ़ के पानी से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं.