कानपुर में कलक्टरगंज पड़ाव में केमिकल की पैकिंग के दौरान धमाका हो गया था, जिससे वहां भीषण आग लग गई। इस दौरान दो महिलाओं समेत पांच पुरुष बुरी तरह झुलस गए. बुधवार को सुबह एक कर्मी का जला कंकाल मिला जो गोदाम के कर्मचारी तिवारी का बताया जा रहा है. पत्नी जिसे देखकर बेहोश हो गई.
बड़े ड्रम से छोटे ड्रमों में थिनर पलट रहा था कर्मचारी
कलक्टरगंज पड़ाव में सुमित जायसवाल का थिनर का गोदाम है. यहां काम करने वाले उन्नाव के जैतीपुर रामसराय निवासी कमलेश ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब एक बजे रूमा फैक्टरी से थिनर के 11 ड्रम आए थे. वह और उन्नाव के शुक्लागंज नेहरूनगर निवासी साथी दीपक करीब तीन बजे बड़े ड्रम से छोटे ड्रमों में थिनर को पलट रहा था.
कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया
इसी दौरान भीषण धमाका हुआ और दोनों काफी दूर जाकर गिरे और आग से झुलस गए. धमाके के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया. आग से घी, तेल, मसाले, सौंफ, खटाई, जूते, के गोदाम धू-धूकर जलने लगे। वहीं केमिकल, थिनर के ड्रम, मजदूरों के छोटे सिलिंडर, स्टोव फटने शुरू हो गए, जिससे आग और बेकाबू हो गई.
बता दें क मंगलवार को अग्निकांड के दौरान सिलिंडर, बैट्री, केमिकल ड्रम फटने से आग और बेकाबू हो गई. एक के बाद एक 75 छोटी-बड़ी दुकानें आग की चपेट में आ गईं थीं. दमकल की दो दर्जन से अधिक गाड़ियों ने करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग से करीब पांच करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.