राहुल गांधी के यूपी दौरे का बुधवार को दूसरा दिन है. आज उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात की। शुभम की पत्नी ऐशन्या राहुल को देखकर रोने लगीं. इस पर राहुल ने उन्हें गले लगा लिया और सांत्वना दी.
ऐशन्या ने राहुल को पहलगाम में हुई घटना के बारे में सब कुछ बताया. उन्होंने बताया कि कैसे मेरे पति को आतंकियों ने गोली मार दी. ऐशन्या ने बताया कि हर जगह सुरक्षा की व्यवस्था थी, लेकिन पहलगाम में कोई सिक्योरिटी नहीं थी. वहीं शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा- बेटे का आधा सिर इसके (ऐशन्या) ऊपर गिरा था. आप कुछ करिए. आप इस देश के बड़े नेता हैं.
राहुल ने कहा कि मैंने दो बार ऐसा दर्द झेला है. मेरी दादी भी आतंकवाद की भेंट चढ़ीं और मेरे पिता भी चले गए. शुभम को शहीद का दर्जा मिले, इसके लिए मैं प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखूंगा. ऐसे लोगों को सम्मानित करने के लिए मैं प्रधानमंत्री से सर्वदलीय बैठक की मांग की थी. राहुल ने शुभम के परिवार वालों से अपने मोबाइल से प्रियंका गांधी से भी बात करवाई.
राहुल ने कहा- आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे, वे चाहे जहां छुपे हों.
इससे पहले सुबह राहुल लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार अमेठी पहुंचे, यहां करीब 2 घंटे तक रुके और स्टूडेंट्स से बातचीत की. संजय गांधी अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी ऑपरेशन थिएटर का उद्घाटन किया. इसके बाद पीछे के रास्ते से फुरसतगंज एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए. अमेठी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का विरोध किया. जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो भड़क गए और पुलिस से धक्का-मुक्की की.
सुबह जिला कांग्रेस ऑफिस, बस अड्डा समेत 20 जगहों पर तीन तरह के पोस्टर लगाए गए. इनमें राहुल गांधी की फोटो के साथ लिखा था- आतंक का साथी राहुल गांधी. हालांकि, राहुल के पहुंचने से पहले ही अमेठी पुलिस ने सभी पोस्टर हटवा दिए. पुलिस का कहना है कि पोस्टर किसने लगाए थे, यह अब तक स्पष्ट नहीं है. CCTV खंगाले जा रहे हैं.
मालूम हो कि शुभम की 2 महीने पहले शादी हुई थी. वह परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे. शुभम द्विवेदी (31) की पहलगाम हमले में मौत हो गई थी. उनकी दो महीने पहले एशान्या से शादी हुई थी। 17 अप्रैल को एशान्या और परिवार के 11 सदस्यों के साथ शुभम कश्मीर घूमने गए थे. उन्हें 23 अप्रैल को घर लौटना था, मगर 22 अप्रैल को दोपहर 2:45 बजे पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने हमला कर दिया. शुभम को एशान्या के सामने ही गोली मार दी गई थी. पांच दिन पहले शुभम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया था. सीएम योगी ने शुभम को श्रद्धांजलि दी थी. इस दौरान शुभम की पत्नी ने मुख्यमंत्री से कहा था- आतंकियों ने मेरे सामने ही मेरे पति को गोली मारी. योगी जी, हमें कड़ा बदला चाहिए. आप इसका बदला लें.