औरैया के बिधूना में एक हादसे में तीन भाई-बहनों की मौत हो गई. कोतवाली क्षेत्र के मढहा माछीझील गांव में एक मंदिर की छत गिरने से यह हादसा हुआ.
मिली जानकारी के अनुसार अजयपाल (55) अपने तीन बच्चों साक्षी (17), कजरी (14) और रौनक (8) के साथ गेहूं काटने निकले थे. सुबह 10 बजे तेज धूप के कारण वे चंद्रप्रकाश गुप्ता के मंदिर के नीचे विश्राम कर रहे थे. सुबह करीब 11:45 बजे अजयपाल का भतीजा दीपक चना की मड़ाई कर रहा था. इसी दौरान उसका ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर मंदिर के पिलर से टकरा गया. टक्कर से पिलर टूटा और छत गिरकर नीचे बैठे परिवार पर आ गिरा.
ग्रामीणों ने मलबे से चारों को निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना पहुंचाया. डॉक्टरों ने रौनक और कजरी को मृत घोषित कर दिया. गंभीर घायल साक्षी और अजयपाल को रिम्स सैफई रेफर किया गया. रास्ते में साक्षी ने भी दम तोड़ दिया. घटना की सूचना पर डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे. घटना के समय अजयपाल की पत्नी उमा देवी घर पर थीं. जानकारी मिलते ही वह रोती-बिलखती घटनास्थल और अस्पताल पहुंचीं.
जिलाधिकारी डॉक्टर इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि फसल की मड़ाई करते समय मंदिर के पिलर पर ट्रैक्टर का कुछ हिस्सा लग गया. जिससे मंदिर का छज्जा तीन बच्चों के साथ वहां बैठे व्यक्ति ऊपर जा गिरा गया जिससे दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि वृद्ध व्यक्ति व उनकी दूसरी बेटी भी गंभीर घायल है.
घायलों को सैफई रेफर कर दिया गया है. अभी तक दो की मृत्यु हो चुकी है एवं दो घायल हैं वहीं गांव के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह सेंगर टप्पू ने बताया कि रिम्स सैफई ले जाते समय रास्ते में गंभीर घायल साक्षी ने भी दम तोड़ दी जिससे मृतकों की संख्या तीन हो गयी है.
अजयपाल का संयुक्त परिवार है। जिस कारण दीपक को अजयपाल ने ही पाल-पोस कर बड़ा किया था. उसकी करीब 4-5 वर्ष पहले शिल्पी से शादी हुई थी. दीपक के भी अभी कोई बच्चा नहीं है. दीपक 3 महीने पहले ही पुराना ट्रेक्टर खरीद कर लाया था जिसे घटना के समय स्वयं चला रहा था। परिवार के पास करीब 16 बीघा भूमि है. जिस पर सभी मिलकर खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे.
अजयपाल के तीन भाइयों में बच्चे के नाम पर सिर्फ दीपक ही बचा है. पूर्व प्रधान ने भी बताया कि हम लोग किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं. सिर्फ मृतक बच्चों का पोस्टमॉर्टम कराएंगे. बताया कि भतीजा दीपक, अपने घायल चाचा अजयपाल के साथ सैफई गया है.
कोतवाली निरीक्षण रवि श्रीवास्तव ने बताया कि भतीजा दीपक, घायल चाचा अजयपाल के साथ सैफई गया है. हालांकि, परिजन कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं. उनकी तरफ से सिर्फ पोस्टमॉर्टम कराने की बात कही गई है. अजयपाल की पत्नी उमा देवी ने बताया- वह घर पर थीं. तभी घटना की जानकारी हुई और भाग कर मंदिर गयीं. वहां मेरे बच्चे व पति दबे पड़े थे. उमा देवी रोते हुए कहती हैं कि अब मेरा कोई नहीं है। किसके भरोसे मैं रहूंगी. मेरे बच्चे मेरे आंखों के सामने पड़े थे. उन्हें जल्दी से अस्पताल पहुंचाया गया.