कानपुर के रावतपुर में साउंड सिस्टम बजाने को लेकर पुलिस की कार्रवाई से क्षुब्ध होकर रामलीला समितियों ने इस साल शोभायात्रा न निकालने ऐलान किया है. पुलिस प्रशासन समितियों को समझाने का प्रयास कर रही है, समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि अभद्रता करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये.
शनिवार शाम रावतपुर रामलला मंदिर के पास शोभायात्रा निकाले जाने से पूर्व ध्वज पूजन के लिए के लिए साउंड सिस्टम बज रहे थे. इस दौरान रामलला मंदिर रोड, बकरमंडी, सब्जी मंडी, गणेश नगर, गुप्ता कालोनी, बजरंग तिराहा समेत 7 से 8 जगहों से पुलिस साउंड सिस्टम उठा कर ले गई थी.
भाजपा मंडल अध्यक्ष दीपक शुक्ला का आरोप है कि विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने कई युवकों संग मारपीट की. जिसके बाद डीसीपी वेस्ट आरती सिंह, एडीसीपी विजयेंद्र द्विवेदी, एसीपी अभिषेक पांडेय समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा. अधिकारियों को देख भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने अपशब्द कहे. फोर्स भीड़ की तरफ बढ़ी तो लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी और लोग जमीन पर लेट गए.
पुलिस की कार्रवाई से क्षुब्ध राम नवमी समितियों ने शोभायात्रा निकालने से मना कर दिया. देर रात तक पुलिस ने समझाने का प्रयास किया लेकिन समितियों के पदाधिकारी नहीं माने. वहीं अभी तक शोभायात्रा समितियों की बैठक जारी है, पदाधिकारियों ने कहना पुलिस अधिकारी जब तक माफी नहीं मानेंगे तब तक शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी.
वहीं रामलला मंदिर से निकलने वाली शोभायात्रा के बारे में संस्थापक अवध मिश्र ने बताया कि भगवान राम के नाम पर आज शोभायात्रा मंदिर से निकाली जाएगी. कुछ समितियों ने यात्रा निकालने से मना कर दिया, जिन्हें समझाने का प्रयास जारी है.