पड़ोसी देश बांग्लादेश को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है. वहां के राजनीतिक घटनाक्रम और पूरे देश में खास तौर पर राजधानी ढाका में सैनिकों और अन्य सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती के बाद से यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि वहां मोहम्मद यूनुस सरकार का तख्तापलट होने वाला है. हालांकि इस मुद्दे पर न तो मोहम्मद यूनुस और न ही सेना प्रमुख वकार उज़ ज़मान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया आ पाई है. ऐसे में पिछले 24 घंटों में ये अफवाह और चर्चा और जोर पकड़ने लगी है.
इस बीच सेना प्रमुख जनरल वकार उज़ ज़मान ने आपात बैठक बुलाई है. दूसरी तरफ ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि मोहम्मद यूनुस शाम 7 बजे देश को संबोधित करेंगे. मुख्य सलाहकार कार्यालय के हवाले से कहा गया है कि उनका संबोधन बांग्लादेश टेलीविजन (बीटीवी) और बीटीवी वर्ल्ड पर सीधा प्रसारित किया जाएगा.
सरकार विरोधी प्रदर्शन: बांग्लेदाश में बदलते घटनाक्रमों के केंद्र में सेना प्रमुख वकार हैं. माना जा रहा है कि उन पर सत्ता को अपने हाथों में लेने का दबाव बढ़ गया है. इससे पहले सेना प्रमुख ने चेतावनी दी थी कि देश में आतंकी हमले हो सकते हैं. उन्होंने कहा है कि देश पर इस्लामिक आतंक का खतरा मंडरा रहा है. उनकी यह चेतावनी ऐसे वक्त में आई है, जब देश में कई छात्र संगठन मोहम्मद यूनुस सरकार के विरोध-खिलाफ भी प्रदर्शन कर रहे हैं.
यूनुस और सेना प्रमुख में टकराव: सेना की बैठकों ने इस तख्ता पलट की अटकलों को पुख्ता किया है कि देश में राजनीतिक स्थिति के मामले में सेना प्रमुख के पास ज्यादा समय नहीं है. सेना प्रमुख ने आतंकवादी हमलों के खिलाफ चेतावनी देते हुए देश में सतर्कता और सुरक्षा बढ़ाने का आह्वान किया है. जनरल जमान की सप्ताहांत में अपने शीर्ष सहयोगियों के साथ हुई बैठकों और सत्तारूढ़ दल की टिप्पणियों के कारण राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सरकार और सेना प्रमुख के बीच टकराव चरम पर है. सूत्रों का कहना है कि बैठकों में सेना प्रमुख ने देश में बढ़ते चरमपंथ के बीच सुरक्षा उपायों पर चर्चा की है. हालांकि, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह सचिव नसीमुल हक गनी ने कहा कि आपातकाल की घोषणा की चर्चा एक अफवाह है.