आज देशभर में होली का त्योहार मनाया जा रहा है. संयोगवश आज ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लग चुका है. यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जो सिंह राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में लग रहा है. इसके अलावा, होली के दिन 100 वर्षों बाद सूर्य गोचर और चंद्र ग्रहण का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है. होली पर चंद्र ग्रहण के बाद ग्रहों के राजा सूर्य कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे. आइए जानते हैं कि होली पर लगने वाले इस दुर्लभ चंद्र ग्रहण का भारत में कितना असर होगा.
होली के रंग में भंग घोलेगा चंद्र ग्रहण? 14 मार्च को पूर्णिमा तिथि दोपहर 12 बजकर 23 मिनट तक है. और होली मनाने का सबसे अच्छा समय सुबह से दोपहर के बीच ही माना जाता है. साल का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार, सुबह 09.29 बजे आरंभ हो गया है. और इसका समापन दोपहर 03.29 बजे होगा. इस ग्रहण में अग्नि तत्व की प्रधानता होगी.
क्या भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण? यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है, जो भारतवर्ष में दर्शनीय नहीं है. वैसे भी उपच्छाया चंद्र ग्रहण धार्मिक कर्मकांड के लिहाज से महत्वपूर्ण नहीं होता है. इसलिए इस चंद्र ग्रहण का होली या इसकी शुभता पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
क्या सूतक काल मान्य होगा? चंद्र ग्रहण जब भी भारत में दर्शनीय होता है तो उसका सूतक काल 9 घंटे पहले लागू हो जाता है. लेकिन आगामी चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए यहां इसका सूतक काल भी मान्य नहीं हैं. भारत में चंद्र ग्रहण की वजह से न तो पूजा-पाठ में कोई बाधा आने वाली है और न ही आपके दैनिक कार्यों पर कोई प्रभाव पड़ने वाला है.
कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण? यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. यह चंद्र ग्रहण यूरोप, आंशिक ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी-दक्षिण अमेरिका, प्रशांत व अटलांटिक महासागर, उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव सहित एशिया-अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दिखेगा.
चंद्र ग्रहण दिखने पर नहीं करने चाहिए ये काम
1. चंद्र ग्रहण में स्पर्श काल से मोक्ष तक चलने वाले सूतक में कोई भी नया या शुभ काम नहीं करना चाहिए.
2. चंद्र ग्रहण की अवधि में भोजन पकाने य खाने से जरूर बचें.
3. ग्रहण काल के दौरान किसी भी देवी-देवता की मूर्ति का बिल्कुल भी स्पर्श न करें.
4. तुलसी के पौधे को स्पर्श करने या उसके पत्ते तोड़ने से बचना चाहिए.
5. ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह की धारदार वस्तु जैसे कि चाकू, कैंची, सुई, तलवार का उपयोग बिल्कुल न करें.