शेयर मार्केट का नौ दिनों से खराब मूड और निचे की तरफ जाते ग्राफ के चलते अजाक्स इंजीनियरिंग के आईपीओ की लिस्टिंग पर भी असर पड़ा है. अजाक्स इंजीनियरिंग का स्टॉक 629 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 8 फीसदी की गिरावट के साथ 576 रुपये पर लिस्ट हुआ है. लिस्टिंग होते ही अजाक्स इंजीनियरिंग के शेयर में 10 फीसदी की गिरावट हुई इसके साथ 566 रुपये तक नीचे जा लुढ़क गया था जो फिलहाल 8.28 फीसदी की गिरावट के साथ 576.90 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. यानी आईपीओ में जिन-जिन निवेशकों को शेयर अलॉट किये गए थे उन निवेशकों को प्रति शेयर करीब 54 रुपये का नुकसान हो रहा है. लिस्टिंग के साथ ही अजाक्स इंजीनियरिंग का मार्केट कैप 6600 करोड़ रुपये रहा है.
अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड की स्थापना कब हुई थी
अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड जो कॉन्क्रीट इक्विपमेंट बनाने और उससे जुड़ी सर्विस देने का काम करती है। इसकी स्थापना 1992 में हुई थी, अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड के पास कॉन्क्रीट प्रोडक्श में कई तरह के इक्विपमेंट हैं, जिनमें से सेल्फ-लोडिंग कॉन्क्रीट मिक्सर, बैचिंग प्लांट, ट्रांजिट मिक्सर, बूम पंप, कॉन्क्रीट पंप, स्लिप-फॉर्म पेवर्स, और 3D कॉन्क्रीट प्रिंटर शामिल हैं। कंपनी के पास भारत के 23 राज्यों में 51 डीलरशिप हैं, जो 114 स्थानों पर सर्विस प्रोवाइड करती हैं।
संस्थागत निवेशकों की बदौलत आईपीओ का हुआ बेड़ा पार
शेयर मार्केट में पिछले हफ्ते से जोरदार गिरावट के बावजूद अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड के IPO ने निवेशकों को आकर्षित किया और ये आईपीओ 6.6 गुना सब्सक्राइब होकर क्लोज हुआ था. संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व कोटा 13 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा 6.46 गुना और रिटेल निवेशकों का कोटा 1.94 गुना सब्सक्राइब हुआ था. अजाक्स इंजीनियरिंग का आईपीओ 10 फरवरी को सब्सक्रिप्शन को खुला और 12 फरवरी, 2024 को क्लोज हुआ था.
अजाक्स इंजीनियरिंग लिमिटेड ने आईपीओ के जरिए इक्विटी मार्केट से 1,295.35 करोड़ रुपये जुटाये हैं और यह पूरा आईपीओ ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) था, जिसमें 2.02 करोड़ शेयरों की बिक्री की गई. आईपीओ के लिए कंपनी ने 599 रुपये से 629 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड फिक्स किया था. अजाक्स इंजीनियरिंग के आईपीओ खुलने से पहले एसबीआई फंड मैनेजमेंट ने कंपनी में 212 करोड़ रुपये निवेश किया था.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, जेएम फाइनेंशियल, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के प्रमुख प्रबंधक हैं, जबकि लिंक इनटाइम इंडिया रजिस्ट्रार है.
अजाक्स इंजीनियरिंग के आईपीओ ने तो लिस्टिंग पर निवेशकों को निराश किया है. लेकिन अब हेक्सावेयर टेक की लिस्टिंग पर नजर है जिसने बाजार से आईपीओ के जरिए 8,750 करोड़ रुपये जुटाये हैं.