प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ उनकी सरकार का मूलमंत्र रहा है जबकि कांग्रेस का मूलमंत्र ‘परिवार प्रथम’ रहा है. राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बहुत बड़ी गलती होगी. यह उनकी सोच से परे है और यह उनके रोडमैप के अनुकूल भी नहीं है क्योंकि पूरी पार्टी केवल एक परिवार के लिए समर्पित है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पास जो समय है, उसके पल-पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए हो, इसके लिए उनकी सरकार ने योजनाओं को शत प्रतिशत तक लक्ष्य तक पहुंचाने का प्रयास किया. राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की किरण चौधरी ने तीन फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया था और भाजपा के ही नीरज शेखर ने इसका समर्थन किया था. सत्तर से अधिक सदस्यों ने इस प्रस्ताव पर हुई चर्चा में हिस्सा लिया.
PM मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में भारत की उपलब्धियों के बारे में, दुनिया की भारत से अपेक्षाओं के बारे में और भारत के सामान्य जन के आत्मविश्वास, विकसित भारत के संकल्प जैसे सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की है. उन्होंने कहा, ‘‘देश को आगे की दिशा भी उन्होंने दिखाई है. राष्ट्रपति जी का भाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सब के लिए भविष्य का मार्गदर्शक भी था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के मुंह से संविधान शब्द शोभा नहीं देता. सत्ता सुख के लिए, शाही परिवार के अहंकार के लिए देश के लाखों परिवारों को तबाह कर दिया गया था, देश को जेलखाना बना दिया गया था. बहुत लंबा संघर्ष चला. आखिर में अपने आप को बहुत बड़ा ‘तीस मार खां’ मानने वालों को जनता जनार्दन की ताकत स्वीकारनी पड़ी, घुटने टेकने पड़े और जनता जनार्दन के सामर्थ्य से देश से आपातकाल हटी.’’
पीएम मोदी ने कहा कि किशोर कुमार ने कांग्रेस के लिए गाना गाने से मना किया तो आकाशवाणी पर उनके सभी गानों को प्रतिबंधित कर दिया गया. उन्होंने कहा, ‘‘आपातकाल में जॉर्ज फर्नांडिस समेत देश के अनेक महानुभावों को हथकड़ियां पहनाई गई थी, जंजीरों से बांधा गया था। संसद के सदस्य, देश के गणमान्य नेताओं को हथकड़ियों और जंजीरों से बांधा गया था.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गणमान्य लोगों को हथकड़ियां पहनाई गई थीं और शाही परिवार के सुख के लिए जेलें भरी गईं. इस दौरान पीएम मोदी ने एक शेर भी सुनाया. उन्होंने कहा कि खरगे जी आपके सामने शेर सुनाते रहते हैं और सभापति जी, आप भी बड़ा मजा लेते रहते हैं. खड़गे जी को आज नीरज जी की ही कुछ पंक्तियां सुनाना चाहता हूं. कांग्रेस सरकार का दौर था, उसी समय नीरज जी ने ये कविताएं लिखी थीं. नीरज ने कहा था ‘है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिए जिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिए…’ हमारे प्रेरणा पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भी कहा था- कमल खिलेगा.” पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों के लिए जितना हमने किया है, उतना कोई नहीं कर सका.
पीएम मोदी ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “नेहरू जी प्रधानमंत्री थे, पहली सरकार थी और मुंबई में मजदूरों की एक हड़ताल हुई. उसमें मजरूह सुल्तानपुरी ने एक कविता गाई थी, कॉमनवेल्थ का दास है, इसके जुर्म में नेहरू जी ने उन्हें जेल भेज दिया. बलराज साहनी एक जुलूस में शामिल हुए थे, उन्हें जेल में बंद कर दिया गया था. लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने वीर सावरकर पर एक कविता आकाशवाणी पर प्रसारित करने की योजना बनाई, उन्हें आकाशवाणी से बाहर कर दिया गया. देश ने इमरजेंसी का दौर भी देखा है जब देवानंद ने इमरजेंसी को सपोर्ट नहीं किया तो उनकी फिल्में दूरदर्शन से बैन करा दीं.”