अयोध्या में दलित युवती की हत्या के मामले पुलिस ने 3 युवकों को गिरफ्तार किया है. एसएसपी राजकरन नय्यर ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता कर दलित युवती के हत्याकांड का खुलासा किया. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किये गये तीनों युवकों, जिसमें से एक युवती के गांव का ही रहने वाला दिग्विजय सिंह उर्फ बाबा है, ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. तीनों ने नशे की हालत में इस वारदात को अंजाम दिया. दिग्विजय सिंह के अलावा हरिराम कोरी, विजय साहू भी गिरफ्तार किये गये हैं. युवती का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसके बाद ही इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि युवती के साथ गैंगरेप हुआ या नहीं.
कैसे हुई आरोपियों की गिरफ्तारी : पुलिस ने युवती का शव मिलने के बाद घटनास्थल से लेकर आसपास की हर जगह सर्च ऑपरेशन चलाया था. पुलिस को घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर खून से सनी एक चप्पल मिली थी और करीब 200 मीटर की दूरी पर खून के धब्बे मिले. ग्रामीणों ने आशंका जताई थी कि कातिल गांव के बाहर खेतों से भागे जहां उनके पैरों के निशान भी मिले हैं. इसके बाद जब पुलिस ने सघन अभियान चलाया तो पास के स्कूल के पास शोचालय में शराब की बोतलें और युवती के खून से सने हुए कपड़े मिले. इन्ही के आधार पर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को दबोच लिया.
कैसे और कहां मिली युवती की लाश: युवती गुरुवार की रात यानी 30 जनवरी से गायब थी. परिजन लगातार उसकी तलाश कर रहे थे, ढूंढते हुए जब युवती का जीजा एक फरवरी को सूखी नहर तक पहुंचे तो वहां उसकी लाश पड़ी हुई थी. परिवार वालों को आशंका है कि युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है, जिसके बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. यह दर्दनाक घटना अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है.
घर से कथा सुनने निकली थी युवती: मृतक युवती की बड़ी बहन के मुताबिक वह 30 जनवरी की रात को घर से कुछ ही दूरी पर भागवत कथा हो रही थी. उसकी बहन कथा सुनने की बात कह कर गई थी, लेकिन उस रात वो घर नहीं आई. इसके बाद परिजन उसे लगातार ढूंढ रहे थे. परिजनों के मुताबिक युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट 31 जनवरी को ही कोतवाली में दर्ज करा दी गई थी, लेकिन पुलिस उसे दो दिन बाद भी ढूंढने में नाकामयाब रही.
युवती की बर्बरता से हुई हत्या: युवती की आंखों और चेहरे पर चोट के निशान है जैसे कि उसे बुरी तरह नोचा खसोटा गया हो. युवती के सिर पर घाव के निशान मिले हैं. मुश्किल ही शरीर का ऐसा कोई हिस्सा है जहां जख्म न मिले हों. कपड़े से ढककर युवती का शव उठाने वालों ने बताया कि युवती का एक पैर लटका हुआ था, मानो वह टूट गया हो. शव की हालत इतनी भयावह थी कि गांव की युवती की बड़ी बहन और गांव की दो महिलाएं शव को देखकर बेहोश हो गईं. परिजनों इस बर्बरता को अंजाम देने वालों के लिए फांसी की सजा की मांग की है.